Bihar Board 10th Sanskrit Subjective : संस्कृत सब्जेक्टिव क्वेश्चन आंसर 2026

 

संस्कृत सब्जेक्टिव क्वेश्चन आंसर 2026

(1) रामप्रवेश राम किस प्रकार के केंद्रीय प्रशासनिक सेवा की परीक्षा में सफल हुआ था ।

रामप्रवेश कर्मवीर एवं निर्धन छात्र था वह कष्ट कारक जीवन जाती जीते हुए अध्ययनशील था वह पुस्तकालय में अध्ययन किया करता था केंद्रीय प्रशासनिक सेवा की परीक्षा में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने में सफल रहा था ।

(2) स्वामी दयानंद कौन थे संक्षेप में लिखें।

स्वामी दयानंद आधुनिक भारतीय समाज के महान उदाहरण थे उसने स्त्री शिक्षा विभाग मूर्ति पूजन खानदान छुआछूत एवं बाल विवाह जैसे कार्य में महत्वपूर्ण योगदान दिए थे जो की बहुत ही सरल तरीका से माना जाता है उन्हीं के चलन पर भारत देश चल रहा है ।

(3) महाशिवरात्रि पर स्वामी दयानंद के जीवन का उद्बोधक कैसे बना ।

एक बार महाशिवरात्रि के दिन शिव उपासना के समय इन्होंने देखा कि एक चूहा भगवान शंकर की मूर्ति के ऊपर चढ़कर उन पर चढ़ाए हुए प्रसाद को खा रहा है इसलिए उन्हें विश्वास हो गया की मूर्ति में भगवान नहीं होते हैं इस प्रकार में मूर्ति पूजा के विरोधी हो गए और वेदों का अध्ययन कर सात का प्रचार करने लगे इस प्रकार से शिवरात्रि पर्व उनके जीवन का उद्धक बन गया ।

(4) स्वामी दयानंद कब से मूर्ति पूजा के विरोधी हो गए हैं और क्यों ।

शिवरात्रि के रात स्वामी दयानंद ने एक मूषक की भगवान की चढ़ाई गए प्रसाद को खाते हुए देख लिया जिसे उनके मन में मूर्ति पूजा की आस्था समाप्त हो गई उनके यह लगने लगा के भगवान ने हमें क्या मदद करेंगे जब एक मूषक उनके मुकद्दर कोष उठाकर खा रहा था तब उन्हें एहसास हुआ कि भगवान तो अपने ही रक्षा नहीं कर रहे हैं तो हम लोग को रक्षा क्या करेंगे और वही उसी रात उसने घर को त्याग कर दिया था ।

(5) मध्यकाल में भारतीय समाज में फैली कुर्तियों का वर्णन करें अपने शब्दों में करें ।

मध्यकाल में अनेक गलत रीति रिवाज से भारतीय समाज दूषित हो गया था जातिवाद छुआछूत शिक्षा विधवाओं की दुर्गति आदि अनेक के उदाहरण थे जो भारतीय समाज को अंधेरे की ओर ले जा रहे थे दलित हिंदुओं ने समाज में अपमानित होकर धर्म परिवर्तन शुरू कर दिए थे ।

(6) स्वामी दयानंद समाज के महान उदाहरण थे कैसे ।

19वीं शताब्दी में मुख्य समाज सुधारक स्वामी दयानंद अति प्रसिद्ध है उन्होंने रूढ़ि ग्राहक समाज और विकृत धार्मिक व्यवस्था पर कठोर प्रहार करके आर्य समाज की स्थापना की जिसकी शाखाएं देश-विदेश में शिक्षा सुधार के लिए भी प्रेरणा तहसील रही है ।

(7) स्वामी दयानंद समाज सुधारक के लिए क्या किया ।

स्वामी दयानंद समाज के उदाहरण के लिए स्त्री शिक्षा पर बोल दिया और विधवा विवाह हेतु समाज को पत्र सहित किया उन्होंने बाल विवाह समाप्त करवाने मूर्ति पूजा का विरोध और छुआछूत समाप्त करने के लिए प्रण लिया था जो की पूर्ण रूप से सफल रहा ।

(8) वैदिक धर्म के प्रचार के लिए स्वामी दयानंद ने क्या-क्या किया ।

वैदिक धर्म और सत्य के प्रचार के लिए स्वामी दयानंद ने अपने पूरा जीवन समर्पित कर दिया वेदों के प्रति सभी अनुप्रयों का ध्यान आकर्षित करने के लिए उन्होंने वेदों के उपनिवेश देश को संस्कृत एवं हिंदी में लिखा ।

(9) स्वामी दयानंद ने समाज के लिए क्या-क्या योगदान दिया ।

स्वामी दयानंद समाज के लिए निम्न कार्य की स्त्री शिक्षा प्रबल दिया विधवा पुणे विवाह मूर्ति पूजा और कर्मकांड को बंद छुआछूत को समाप्त और बाल विवाह प्रथा को अंत किया ।

(10) स्वामी दयानंद का जन्म कब और कहां हुआ था ।

स्वामी दयानंद का जन्म 1824 ईस्वी में गुजरात के टंकारा ग्राम में हुआ था आर्य समाज की स्थापना में उनका अहम योगदान माना जाता है जो कि भारत के लिए एक महान पुरुष साबित हैं जो कि इनका पूरा विश्व में चर्चा रहता है स्वामी दयानंद जी का जो कि आर्य समाज के लिए बहुत बड़ा संस्थापक के रूप में इन्हें जाने जाते हैं ।

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