बिहार बोर्ड समाजिक विज्ञान सब्जेक्टिव क्वेश्चन पेपर
(1) नई आर्थिक नीति से आप क्या समझते हैं ।
उत्तर लेनिन के द्वारा 1921 ईस्वी में एक नीति अपनाया गया जिसे नई आर्थिक नीति कहते हैं । लेनिने प्रादेशिक विचारक नहीं बल्कि एक कुशल सामाजिक चिंतक तथा राजनीतिक था उसने आसपास देखा किसने तत्काल पूरी तरह समाजवादी व्यवस्था लागू करना या एक साथ सारी पूंजीवादी दुनिया से टकरा संभव नहीं जैसा कि क्रॉस की चाहता था ।
इसलिए उन्हें से कैसे सीसी में उसने एक नई नीति की घोषणा की जिससे मार्क्सवादी मूल्य के कुछ हद तक समझौता करना पड़ा ।
(2) यूरोपियन समाजवाद के विचारों को वर्णन करें ।
उत्तर कार्ल मार्क्स के पहले के समाजवाद को यूरोपीय समाजवाद कहा जाता है प्रथम यूरोपियन समाजवादी सेंट समानता इसके अनुसार प्रत्येक व्यक्ति को इसकी क्षमता के अनुसार कार्य तथा प्रत्येक को कार्य के अनुसार प्राथमिक मिलन ना चाहिए एक अन्य यूरोपियन समाजवादी चार्ल्स खैरियत तथा होली वॉल थे।
इनका मन था कि आर्थिक सुधारो को प्रभावितकारी बनाने के लिए पहले राजनीतिक सुधार आवश्यक होना चाहिए ।
(3) रूसी क्रांति के किन्हीं दो कर्म का वर्णन करें ।
निरंकुश शासन : रूस के तत्कालीन निरंकार शासन जार नॉक प्लस द्वितीय आम जनता के समस्याओं की प्रति उदासीन था इससे लोगों में उसके प्रति असंतोष बढ़ने लगा और अत वही संतोष क्रांति में बदल गया ।
आर्थिक समाजवादी असमानता : रूस में सब्जियों से जारी आर्थिक सामाजिक असमानता के परिणाम स्वरुप ऋषि किसान और मजदूर जाट शाही के खिलाफ हो गए और वह क्रांति में शामिल हो गए थे ।
(4) कोचिंग मीन का संक्षिप्त वर्णन करें ।
उत्तर हो चीन मीन का जन्म 1890 में मध्य वियतनाम के क्षेत्र में एक गरीब किसान परिवार में हुआ था इनका वास्तविक नाम क्यों पड़ा था इन्होंने अंकल भी कहा जाता है यह मार्क्सवादी विचारधारा प्रभावित है ।
यह शिक्षा ग्रहण करने के लिए रूस की राजधानी मसूक गए और वहां कुछ समय बाद नेताओं से इनका मुलाकात हुआ और इन्होंने 1917 इसी में समाजवादी गुट का गठन किया और इसमें प्रभावित होकर 1925 सीसी में क्रांतिकारी वियतनाम में डाल का गठन किया और तमाम जनता को जागरूक किया बाद में इस पार्टी का नाम बदलकर इंडो चीनी कम्युनिस्ट पार्टी किया गया और इस प्रकार वियतनाम 1945 सीसी में फ्रांस का मुक्त हो गया ।

(5) हिंद चीन में फ्रांसीसी का पुरस्कार कैसे हुआ ।
उत्तर हिंद चीन का निर्माण हिंद देश से मिलकर किया जाता है जिसका नाम लियोस वियतनाम और कंबोडिया है 17वीं शताब्दी में बहुत सारे पादरी और व्यापारी हिंद चीन में अगर बस गए और कोचिंग चीन के राजा के इस्तेमाल कर 18वीं शताब्दी तक फ्रांसीसियों ने संपूर्ण क्षेत्र पर धीरे-धीरे उपनिवेशवाद और समाजवादी प्रतियोगिताओं को आधार पर कब्जा करने लगा ।
इससे फ्रॉम और कुछ अच्छा काम किया लेकिन बाद में सारा समय तक संस्कृति ज्ञान सभा तथा शिक्षा तथा वियतनाम के राष्ट्रवाद का पूर्ण गठन हुआ ।
(6) हिंद चीन में राष्ट्रवाद का विकास का वर्णन करें ।
उत्तर 20वीं सादी के परम से हिंदू प्राचीन राष्ट्रवाद के लक्षण प्रकट होने लगे थे सर्वप्रथम फोन वही चौ नामक एक व्यक्ति ने 1903 इसी में डुएट ऑन हुई नामक एक क्रांतिकारी संगठन का स्थापना किया ।
जिनमें नेता को वह दो थे और द हिस्ट्री ऑफ द लॉस ऑफ वियतनाम नामक पुस्तक लिखकर पूरे हिंद चीन में हलचल मचा दी और सन 1914 इसी में प्रथम विश्व युद्ध के दौरान हिंदू चीनी लोगों को जबरदस्ती सेवा में भर्ती करने की प्रक्रिया 3 हुई साथी यहां की सैनिकों को युद्ध की पहली पंक्ति में रखा जाता है मजदूर को बेरोजगार के लिए फ्रांस लाया गया 1914 इसी में देशभक्तों ने वियतनाम में राष्ट्रवादी दल नामक एक संगठन बनाया ।
Bihar Board 10th Soical Science Paper 2026
Bihar Board 10th Soical Science Paper 2026 | Click Here |